क्या क्या ना रक़्स दिखाएं तूने ऐ अस्म,
सहता ही रहा बुत बनकर, तेरे इंतजार में.
ना गवार सी गुजरी, मेरी ये उज्र – माज़रत
बस में ना थी, इस्तादगि, ना किसी के इख्तयार में.
खानाबदोश होना, कोई शौक तो न था
फिरता रहा मैं मारा, छत के तलाश में.
Urdu meanings:
अस्म : Greed
उज्र -माज़रत : Objection
इस्तादगि : Act of rising
खानाबदोस : Vagabond
Beautiful
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Bahut khoob.. Gud one!!
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👌👌superb!
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वाह क्या खूब लिखा है । इसी तरह लिखते रहो…
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